बुधवार, 13 जनवरी 2010

जिगर मा बड़ी आग है

धूम्रपान क़ानून लागू होने के बाद लोग सार्वजनिक स्थलों पर नहीं कर सकेंगे धूम्रपान ! भारत सरकार का था यह दावा !परन्तु लोगों का फिलहाल तो दिखता नहीं कुछ ऐसा इरादा !तभी तो वे प्रतिबन्ध के वाबजूद सिगरेट के धुएं के साथ -साथ क़ानून की भी धज्जियां उड़ा रहे हैं !और यह सब खुलेआम हो रहा है देश की धड़कन और भारत की राजधानी दिल्ली में !दिल्ली का ही है जब यह चाल -ढाल, तो बाकी जगहों का क्या होगा हाल !इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है !
कशों के लोग हो चुके हैं इतने आदी,
की छोड़ने को नहीं है राजी !
चाहे हो जाए उनके फेफड़ों की बर्बादी !
डिब्बे पर स्पष्ट रूप से यह लिखा होने के वाबजूद की सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ,लोगों को इसका कोई फ़िक्र नहीं !
और जिन कन्धों पर इस क़ानून को लागू करने की है जिम्मेवारी,
वही अगर नहीं निभा रहे हैं जिम्मेदारी ,
तो लोग क्या समझेंगे अपनी जिम्मेवारी ?

1 टिप्पणी:

  1. ved ji aapne bilkul thik likha hai, vastav me aise parivartan kanoon se nahi janta aur sarkaar ki mili juli icha shakti se hote hai ! aise kanoon ka palan nahi hota iske piche sarkaar aur janta dono ki jimmedari hai hamar sarkaar to vaise hi masha allah hai ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

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