याद आती है हमें ,कुछ भूली बिसरी बात ,
कुछ समय पहले की अपने प्यारे यारों की साथ !
वो हमारा प्यार से मिलना ,गले लगाना
पल भर में ही रूठ जाना और फिर मनाना
भूल कैसे सकता हूँ मैं ,वो सुनहरे दिन
मस्ती में जब मस्त रहता पहर -पहर भर दिन
भूला हूँ तो कई बात पर भूल नहीं मैं सकता ,
अपन -अपनों का स्नेह प्रेम ,हरगिज भुला नहीं सकता
चाहता हूँ एक बार फिर से मिल जाए मेरा बचपन मुझे ,
बिछड़े हुए खोये मिल जाए मेरे साथी मुझे !!
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