अमर बलिदानों की बलिवेदी पर ,
पुष्प चढाने आया हूँ !
कीर्ति करे जग तेरा ,
मैं शीश झुकाने आया हूँ !!
तेरे शौर्य की गाथाएं ,
मेरे रक्त का चन्दन !
सुरभित किया है जग में ,
माँ पर तेरा अर्पण !!
कठिन तपस्या त्याग तुम्हारा ,
मैं तो पाने आया हूँ !
तेरे जैसा बनूँ मैं भी ,
मैं शीश झुकाने आया हूँ !!
हे भारत के अमर शहीदों ,
तेरे पदचिन्हों पर चलने आया हूँ !
देशहित में समर्पण हेतु
मैं संकल्प लेने आया हूँ !!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें