सोमवार, 18 जनवरी 2010

संग्राम जिन्दगी है ,लड़ना उसे पडेगा


संग्राम जिन्दगी है ,लड़ना उसे पडेगा !
जो लड़ नहीं सकेगा ,आगे नहीं बढेगा !!


इतिहास कुछ नहीं है ,संघर्ष की कहानी
राना ,शिवा ,भगत सिंह ,झांसी की वीर रानी
कोई भी कायरों का इतिहास क्यों पढ़ेगा !!०१!!


आओ लड़े स्वयं के ,कलुसों से कलमसों से
भोगों से वासना से ,रोगों के राक्षसों से
कुंदन नहीं बनेगा ,जो आग पर न चलेगा !!०२!!


घेरा समाज को है ,कुंठा -कुरीतियों ने
व्यसनों ने ,रुढियों ने ,निर्मय अनीतियों ने
इनकी चुनौतियों से ,है कौन जो लडेगा !!०३!!


चिंतन -चरित्र में अब ,विकृति बढी हुई है
चहुँ और कौरवों की ,सेना खडी हुई है
क्या पार्थ उन क्षणों को ,मोह में पडेगा !!०४!!


संग्राम जिन्दगी है ,लड़ना उसे पडेगा !
जो लड़ नहीं सकेगा आगे नहीं बढेगा !!

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